आरबीआई ने टॉप-अप होम लोन के बढ़ते ट्रेंड पर बैंकों और एनबीएफसी को लोन के इस्तेमाल पर निगरानी रखने की चेतावनी दी गई है। आरबीआई ने पक्के तौर पर कहा है आप जो होम लोन दे रहे हैं वो सट्टा बाजार में ना लगे या शेयर बाजार में ना लगे। ताकि वित्तीय स्थिरता बनी रहे।
रिजर्व बैंक ने टॉप-अप होम लोन के बढ़ते ट्रेंड पर व्यक्त की गहरी चिंता
भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर दास ने टॉप-अप होम लोन में बढ़ोतरी यानी लोगों के होम लोन पर बढ़ते माहौल पर चिंता जताई है। RBI गवर्नर का मानना है कि लोग इस पैसे का इस्तेमाल शेयर बाजार या शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं। बैंकों को NBFC को होशियार रहने के लिए कहा है उन्होंने कहा है, पहले ये जाँच जरूर कर लेवें कि टॉप-अप होम लोन वाक्य में ही सही मकसद से लिया जा रहा है।
बैठक में RBI गवर्नर दास ने कहा, जरूरी मुद्दा जो हमारा ध्यान खिंच रहा है वह है होम इक्विटी लोन या टॉप-अप हाउसिंग लोन का तेजी से बढ़ रहे हैं। बैंक और NBFC, गोल्ड लोन जैसे अन्य कर्जों पर भी टॉप-अप लोन दे रहे हैं। यह देखा गया है कि कुछ संस्थाएं लोन-टू-वैल्यू रेशियो, रिस्क वेट और फंड के इस्तेमाल की निगरानी से संबंधित नियमों का सख्ती के साथ पालन नहीं कर रही हैं।इन तरीको से उधार ली गई धनराशि, गैर-उत्पादक क्षेत्रों में या सट्टा वगैरा में इस्तेमाल की जा रही है या की जा सकती है। इसलिए, बैंकों और NBFC को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे लोन की समीक्षा करें और सुधारात्मक कार्रवाई करें।
इसे भी पढ़ें : Chola One Loan App तुरंत लोन देने वाला बढ़िया प्लेटफॉर्म
अभी क्या करते हैं बैंक?
आमतौर पर लोग होम LTV के तहत लोन लेते समय ज्यादा से ज्यादा लोन लेने की कोशिश करते हैं। धीरे-धीरे प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ती जाती है। ज्यादा लोन लेने की गुंजाइश बन जाती है। जब प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ जाती है और LTV अनुपात अनुमति दे देता है तो बैंक टॉप-अप होम लोन देते हैं। अगर किसी ने शुरुआत में कम लोन लिया था तो वे LTV के हिसाब से टॉप-अप ले सकते हैं।
उदाहरण के लिए :- अगर आपने 40 लाख रुपये की संपत्ति पर 80% LTV के हिसाब से 32 लाख रुपये का होम लोन लिया है और अगले 3 साल में कीमत बढ़कर 60 लाख रुपये हो जाती है तो आपकी लोन लेने की पात्रता 80% LTV के हिसाब से 48 लाख रुपये बन जाती है। तो यह आपको टॉप-अप होम लोन के रूप में 16 लाख रुपये का अतिरिक्त लोन लेने की सुविधा देगा। अगर कर्जदार ने शुरू में पूरा LTV लोन नहीं लिया है तो वह भी टॉप-अप के रूप में बाकी रकम ले सकता है।
एक्सपर्ट्स की क्या है राय?
एक्सपर्ट के अनुसार इसे सुधारात्मक उपाय और सट्टा गतिविधियों को उधार देने से बचने के लिए एक नरम चेतावनी के रूप में देखा जा सकता है। अधिकतर टॉप-अप होम लोन उस घर के रेनोवेशन और अपग्रेडेशन के लिए दिया जाता है, जिस पर पहले से ही होम लोन चल रहा है। आईसीआईसीआई बैंक अपनी वेबसाइट पर कहता है, ‘इस लोन का इस्तेमाल आपके घर को फर्निश करने, आपके घर के रेनोवेशन और यहां तक कि व्यक्तिगत खर्चों के लिए भी किया जा सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा है ,कर्ज देने के मानदंड बहुत स्पष्ट हैं कि टॉप-अप होम लोन का उपयोग सट्टा या शेयर बाजार में नहीं किया जा सकता है।